निश्चित रुप से मोहम्मद सल्ललाहु अलैही व सल्लम से पूर्व प्रवक्ता के चमत्कार अस्थाथी थे। जब कि हम खुराने करीम को अनन्त चमत्कार का नाम दे सकते है। इसलिये कि खुरान का प्रभाव हमेशा, और सदा रहने वाला है। एक मूसलमान के लिए हर वख्त और जगह यह अनुकूल है कि वह केवल खुरान को पढ़कर इस चमत्कार को देखें। इस चमत्कार में हमे इस्लाम के फैलाव का सही कारण मिलता है। यह ऐसा फैलाव है जिसका कारण यूरोपियन नही जान सके इसलिए कि वह लोग खुरान से सुपरिचित नही है, या इसलिए कि वह लोग खुरान को केवल उस अनुवाद से जानते हैं जो वास्तविकता से दूर हैं, इसके अलावा यह अनुवाद शत प्रतिशत सही नही होते।