वैज्ञानिक अध्यान इस बात कि पुष्टी करते हैं कि दूसरों कि सहायता करने से मान्सिक तनाव दूर होता है। परन्तु मान्सिक रोग के वंशेषज्ञ का मानना है कि दूसरों कि सहायता करने से मान्सिक तनाव कम होता है। क्यों के दूसरों कि सहायता का प्रयास करने से निकोटीन हारमोन का अधिक स्राव होता है। यह हारमोन मान्सिक सुख के लिए मदद देता है। अमेरिकन स्वास्थ संवर्धन संस्थान के पूर्व अध्यक्ष अलान लेकस का कहना हैः दूसरों कि सहायता करना मान्सिक तनाव के दबाव को कम करता है, क्यों कि जब कोई मानव दूसरों कि सहायता करता है तो वह अपने कष्ट और चिंताओं के बारे में विचार करना कम करता है, इस कारण वह मान्सिक सुख से प्रभावित होता है।