- मस्जिद विश्वविद्यालय है
पहले (और आज भी कुछ) मस्जिदें इस्लाम की विश्वविद्यालय है। ज्ञान की इच्छा रखने वाले छात्रों से मस्जिदें भर जाती थी। ये छात्र धर्म, नियम, दर्शन, फार्मसी और गणित का ज्ञान के प्रती अध्यापकों के लेक्चर्स सुन्ने के लिये आया करते थे। स्वयं ज्ञानी लोग भी विश्व के हर ओर से आते थे जो अरबी भाषा बोलने वाले हुआ करते थे, यह लोग हर छात्र को आमंत्रित करते थे, चाहे वे किसी भी देश के वासी हो ।
- संप्रदा से लगाओ
आधुनिकता के इतीहास में संप्रदा से अधिक लगाव का इस से महान आन्दोलन कभी नही हुआ, जिस प्रकार से कि इस्लामी विश्व के चारों ओर देखा गया । हर मुस्लिम चाहे राजा हो या मज़दूर सब के भीतर ऐसा लगता है कि अचानक ज्ञान के प्रती लगाव और यात्र की तड़प पैदा होगई । यही वह सबसे उच्च विषय है जिसको इस्लाम ने प्रस्तुत किया । आधुनिक ज्ञान प्राप्त करने के लिये जिस प्रकार से वर्तमान युग में पश्चीमी विज्ञानों से विश्वविद्यालय भरे हैं उसी प्रकार से छात्र बुग़दाद और इस के सिवा दूसरे केन्द्र की ओर रुक़ करते थे, बल्की वे वर्तमान छात्रों से भी अधिक लगाव रखते थे ।