निश्चय ख़ुरआन सारी आस्थि, समाजिक और चारीत्रिक समस्याओं का प्रभावित समाधान प्रस्तुत करता है, इसी कारण ख़ुरआन की सत्यता पर संदेह करना असंभव है, क्यों कि मुहम्मद ईशवर की ओर से मिले हुए संदेश को पहुँचाने में सफ़ल हो गये। मेरे ख़याल में हमारी जो भी धार्मिक स्थिती हो, हमें ख़ुरआन को मक्काः मुकर्रमाः के जीवन में चारीत्रिक बुलंदी का संदेश समझना ज़रूरी है।