कभी किसी समय मानवता और उसके चरित्र के लिए तौरात ही निर्देशक थी, यहाँ तक की ईसा आये, तो उनके अनुयायीओं ने इंजील की शिक्षाओं का अनुकरण किया, फिर ख़ुरआन इन दोनों के स्थान पर आ गया। और ख़ुरआन इन दोनों पुस्तकों से अधिक विवरणात्मक है, इसी प्रकार से ख़ुरआन ने इन दोनों पुस्तकों में स्थिर विरूपण और परिवर्तन को सुधारा। ख़ुरआन में हर विषय विवरण प्राप्त होता है और ख़ुरआन सारे नियमों पर आधारित है क्यों कि ख़ुरआन अंत में आनेवाली पवित्र पुस्तक है।