ख़ुरआन सारे समस्याओं का समाधान रखता है। धार्मिक और चारित्रिक नियमों के बीच संबन्ध पैदा करता है। समाजी इत्तेहाद और विधी बनाने, कष्ट, कठोरता और मिथक के प्रभाव को कम करने का प्रयास करता है। ख़ुरआन कमज़ोरों कि सहायता, भलाई करने और दयालुता अपनाने का आदेश देता है। दैनिक जीवन में आपसी सहायता की छोटी सी छोटी बात के लिये खानून बनाये हैं। व्यपार और विरासत के प्रति संतुलित नियम बनाए। पारिवारिक भाग में हर व्यक्ति के लिये, बालक, सेवक, जानवर, स्वस्थता और वेश-भुषा के प्रति व्यवहार को नियंत्रित किया ।