वर्तमान काल में जब कि अरब के मुस्लिम्स और क्रिस्टियन्स का पश्चीमी वासियों के साथ गहरा संबंध होता जा रहा है, इस जैसे समय में इस बात कि आवश्यकता है कि पश्चिम पर इस्लामिक प्रभाव के प्रती एक रिपोर्ट तैयार की जाये । मध्ययुग में यह बात नोट की गई कि पश्चिम के कुछ ईसाई लेखक इस्लाम की छवी को कई पक्षों से विरूपण किया है, मगर पिछली सदी में वैज्ञानिकों के प्रयास के द्वारा पश्चीमी लोगों के दिमाग़ में इस्लाम की छवी कुछ अच्छी होने लगी। अरब और मुसलमानों के साथ अच्छे संबन्ध होने के कारण मुसलमानों की ओर से हम पर होने वाले एहसान को हमें मानना चाहीये। अगर हम इस एहसान को इनकार करने का प्रयास करें तो यह खुले घमण्ड का संकेत है ।