- घमण्ड़ के संकेत
वर्तमान काल में जब कि अरब के मुस्लिम्स और क्रिस्टियन्स का पश्चीमी वासियों के साथ गहरा संबंध होता जा रहा है, इस जैसे समय में इस बात कि आवश्यकता है कि पश्चिम पर इस्लामिक प्रभाव के प्रती एक रिपोर्ट तैयार की जाये । मध्ययुग में यह बात नोट की गई कि पश्चिम के कुछ ईसाई लेखक इस्लाम की छवी को कई पक्षों से विरूपण किया है, मगर पिछली सदी में वैज्ञानिकों के प्रयास के द्वारा पश्चीमी लोगों के दिमाग़ में इस्लाम की छवी कुछ अच्छी होने लगी। अरब और मुसलमानों के साथ अच्छे संबन्ध होने के कारण मुसलमानों की ओर से हम पर होने वाले एहसान को हमें मानना चाहीये। अगर हम इस एहसान को इनकार करने का प्रयास करें तो यह खुले घमण्ड का संकेत है ।
- उचित नेता
अगर कोई उचित नेता हो, जो इस्लाम के प्रति उचित बातें बतलाएँ तो इस्लाम धर्म के लिए फिर से यह संभव है कि वह इस संसार की महत्वपूर्ण शक्ती बनकर उभरे ।
- प्रभावपूर्ण समाधान
निश्चय ख़ुरआन सारी आस्थि, समाजिक और चारीत्रिक समस्याओं का प्रभावित समाधान प्रस्तुत करता है, इसी कारण ख़ुरआन की सत्यता पर संदेह करना असंभव है, क्यों कि मुहम्मद ईशवर की ओर से मिले हुए संदेश को पहुँचाने में सफ़ल हो गये। मेरे ख़याल में हमारी जो भी धार्मिक स्थिती हो, हमें ख़ुरआन को मक्काः मुकर्रमाः के जीवन में चारीत्रिक बुलंदी का संदेश समझना ज़रूरी है।
- न्याय और पवित्रता
इस पुर्ष के अंदर अपने सिद्धांतों के लिये अत्याचार और ज़ुल्म को उठाने की क्षमता, और इस पुर्ष को अपना सरदार और मुख्या मानने वाले, उस पर विश्वास करने वाले, अनुयायी लोगों कि उच्च नैतिकता, इसके साथ-साथ इस पुर्ष के महान कर्म उसके व्यक्तित्व में न्याय और पवित्रता होने का खुला प्रमाण है। मुहम्मद को केवल झूटा दावा करनेवाला समझने से समस्याएँ और अधिक हो जायेंगी, जिसका कोई साधन नही होगा। बल्कि प्रचीन इतिहास में कोई ऐसा व्यक्ति नही, जिस को मुहम्मद के समान सही सम्मान मिला हो।