- खुरआन और हदीस एक पल्ले में
ख़ुरआन का पूर्ण रूप में प्रचार करने वाली वाणी हदीस कहलाती है। वह मुहम्मद के कार्य और सलाह से संबन्धित उपन्यास की एक कडी है। हदीस द्वारा मानव मुहम्मद के मन में पैदा होने वाली बातें जानता है। जो जीवन कि बदलते स्थितियों के सामने मुहम्मद के आचार का महत्वपूर्ण भाग है। हदीस ख़ुरआन का विवरण करती है। हदीस के बिना कोई और चारा नही है।
- नबी की हदीसों को एक जगह इकट्ठा करना
यह सारी वाणी कि बडी संख्या को हदीस कहते हैं। सहाबा से उसके चयन करने में बड़ी गंभीरता अपनाई गई। इसी प्रकार बहुत सी हदीसें एकट्ठा की गई।
- छोटी सी छोटी बात के नियम
ख़ुरआन सारे समस्याओं का समाधान रखता है। धार्मिक और चारित्रिक नियमों के बीच संबन्ध पैदा करता है। समाजी इत्तेहाद और विधी बनाने, कष्ट, कठोरता और मिथक के प्रभाव को कम करने का प्रयास करता है। ख़ुरआन कमज़ोरों कि सहायता, भलाई करने और दयालुता अपनाने का आदेश देता है। दैनिक जीवन में आपसी सहायता की छोटी सी छोटी बात के लिये खानून बनाये हैं। व्यपार और विरासत के प्रति संतुलित नियम बनाए। पारिवारिक भाग में हर व्यक्ति के लिये, बालक, सेवक, जानवर, स्वस्थता और वेश-भुषा के प्रति व्यवहार को नियंत्रित किया ।